Add To collaction

कौन है?-

वह लड़की कुएँ के अंदर गिरी थी। कुएँ में गिरने से पानी में जबरदस्त आवाज उठी थी। आरव घबरा गया था। अचानक उसका बैलेंस बिगड़ा और वह फिसल कर एक गड्ढे में गिर गया था। वह बाल बाल कुए में गिरते हुए बचा। कुएँ की दीवार से सटकर वह गड्ढा बना था। गड्ढे से बाहर निकलने में आरव ने काफी जद्दोजहद की। फार्महाउस से किसी लड़की की आवाज सुनाई दी। लड़की ने पूछा था। "कौन हो तुम?" एक पल के लिए आरव को लगा, 'वह मुझे तो नहीं पूछ रही है ना?' वह बोलने ही वाला था कि तुरंत ही आरव ने एक और आवाज सुनी---जो बिलकुल उसकी आवाज जैसी थी। "मैं आरव हूँ, एक लड़की का पीछा करते हुये यहाँ आ गया। वह आकर सीधी कुएं में कूद गई है। इस फार्महाउस की खिड़की खुली देखकर मुझे काफी हैरानी हुई। जब तक मैं जानता हूँ मैंने इस फार्महाउस का दरवाजा या कोई खिड़की आज से पहले कभी खुली नहीं देखी। इसलिए जिज्ञासा के चलते इधर आ गया। ऊपर खिड़की से झाँक रही तुम्हारी दो खूबसूरत आँखों को देखा तो मुझसे रहा नहीं गया। तुम्हें देखने के लिए मेरी निगाहे भी बेताब हो गई थी। अब जाकर उन्हें सुकून मिला है। सॉरी, बताना भूल गया, मेरा नाम आरव है।" ओरिजिनल आरव का दिल धक् से रह गया। वह मन ही मन बोल उठा। ये क्या बला है, जो मेरी ही आवाज़ में मेरा ही नाम लेकर जाल बिछाये जा रहा है? मुझे कुछ तो करना ही होगा। वरना 'करेगा कोई और भरेगा कोई' ऐसा घाट होगा। जो भी है उसका इरादा ठीक नही है।' आरव जैसे जैसे सोचता गया उसकी घबराहट बढती चली गई। गड्ढे से बाहर निकलने की कोशिश में उलझे हुए आरव का दिमाग सून्न रह गया था। 'कौन हो सकता है वह? और ऐसा करने के पीछे उसका मकसद क्या होगा?' बार बार एक ही सवाल उसके मन को कचोट रहा था।  आरव काफी परेशान हो उठा। बगल में वही कुआँ था--- जिसमें अभी-अभी वह अनजान लड़की गिरी थी। यह बात याद आते ही आरव की पूरी बॉडी पसीने से तर हो गई। उसे गड्ढे  से फिर उस बहरूपिये की आवाज सुनाई दी। "तुम्हारा चेहरा तो उसके जैसा ही है।" आगंतुक ने यही बात कही। "किसके जैसा?" फार्म हाउस वाली लड़की पूछ बैठी। "वही लड़की जो अभी अभी मेरी नजरों के सामने कुएं मे छलाँग लगा चुकी है। एक पल के लिए मुझे लगा मैं जिसके पीछे आया हूँ वह तुम तो नही हो। या फिर तुम कहीं उसका भूत तो नही हो? क्योंकि तुम्हारा चेहरा बिलकुल उस लडकी से मिलता-झूलता है। लेकिन अब मुझे  तुम्हारी आवाज सुनकर तसल्ली हो गई कि तुम वो लड़की नही हो, जो कुएँ में जाकर गिरी।  "ठीक है पर तुम यहाँ क्या कर रहे हो?" "बताया ना, मैं आपकी ही तरह दिखने वाली लड़की का पीछा करते-करते यहाँ तक आया हूँ।" "अच्छा तो आप मारिया का पीछा कर रहे थे?" "कौन मारिया?" "मेरी सिस्टर है। आप मुझे इस कैद से बाहर निकाले मै आपको सबकुछ बताती हूँ। मुझे इस कमरे में किसी ने बंद कर दिया है। मैं आपको कुछ बताना चाहती हूँ।


वह छलावा मेरा ही नाम लेकर उस लड़की से बात कर रहा था। यहाँ तक की उसके पास मेरे साथ घटी घटनाओं का ब्यौरा था। कब से आरव उस गड्ढे से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था क्योंकि वह समझ चुका था कि आगंतुक किसी भी तरह उस लड़की को अपने साथ ले जाना चाहता है। उसका इरादा बिल्कुल ही नेक नहीं है।' आरव पूरी तरह आतंकित था। जब से निर्मोही के सपने का राज जानने की कोशिश में लगा हूँ तब से मेरे साथ भयानक घटनाएं घट रही है। पता नहीं अब यह सिलसिला कहाँ जाकर रुकेगा? आरव गौर से फार्महाउस वाली लडकी और छलावे की बाते सुनने लगा।


"उसकी कमर में नाग का निशान था?"  बहरूपिये के इस सवाल पर लड़की ने 'हाँ' कहा था। वह दुनियाभर का आश्चर्य लिए उसे पूछने लगी।  "तुम्हें कैसे पता है? फार्महाउस का दरवाजा बंद हुआ। बाहर आते ही लड़की ने पूछा था।" ******   मतलब कि मारिया और फार्महाउस वाली लड़की दोनो गंगा की बेटियाँ है, जो नर्स का घर छोड़कर भागी है। आरव के होश उडे गये---क्योंकि उन्हें जिसकी तलाश थी वो लड़कियाँ का सामना ऐसे होगा आरव ने सोचा नहीं था।


"तुम्हारा नाम क्या है?" बहरूपिये ने लडकी से पूछा। "मार्गरेटा!"  "तुम्हारी माँ की मौत कैसे हुई थी?"  "मेरी माँ को आप जानते हो?" उसकी आँखों में हैरत बढ़ती चली गई। "यह मेरे सवाल का जवाब नहीं है!" उसने कहा।  "उस दिन मैं और मारिया अपने बोय फ्रेंड के साथ बाहर थे। जब घर लौटे तो सोई हुई माँ के ऊपर किसी ने तेजाब डालकर जला दिया था। बहुत भयानक मौत हुई थी उनकी।" मार्गरेटा की आवाज भीग चुकी थी।  "तुम मेरे घर चलो!" उसने मार्गरेटा से कहा, तुम्हारी जान को खतरा है।" "मुझे पता है क्योंकि मैं अपने बॉयफ्रेंड की कैद से भाग रही हूँ तो वह मुझे कहीं से भी ढूंढ निकालेगा। वह लड़का ठीक नहीं है मुझे बाद में मालूम हुआ।" "ऐसी बात नहीं है तुम्हारा बॉयफ्रेंड तुम्हें नहीं मार सकता।"  "वह क्यों?" "क्योंकि......," वो कहते कहते रुक गया। उसे लगा मार्गरेटा को सच्चाई बताने का यह सही मौका नहीं है। "तुम घर चलो बाकी सब बातें घर पर करेंगे। मुझे तुम्हारी बहन के बारे में भी कुछ बताना है।" ****  *******  ****** जब बाइक स्टार्ट होने की आवाज आरव ने सुनी तो उसका दिल धाड धाड करके बजने लगा। उस बहरूपिया ने उसकी बाइक स्टार्ट कर दी थी। जबकि चाबी तो उसकी जेब में थी। आरव अपनी जेब टटोलकर तसल्ली कर चुका था। बहुत ही भारी गड़बड़ होने जा रही है। और  सबकुछ जानते हुए भी कुछ भी नहीं कर पा रहा था। इतनी बेबसी आरव ने अपनी जिंदगी में इससे पहले कभी महसूस नहीं की। समझ में नहीं आ रहा था, वो निर्मोही और उसकी मॉम को क्या जवाब देगा? दोनों बहनों को मिलने के बावजूद उन्हें जन्म के साथ मिले शाप से अवगत नही कर पाया था। मारिया उसे रास्ते में मिली थी। और वही उसे मार्गरिटा तक ले आई थी। उसका मतलब मारिया जानती थी मार्गरिटा के साथ कुछ गलत होने वाला है। मगर कैसे?'  सोच सोचकर आरव का दिमाग तनाव महसूस करने लगा था। उसने संभल कर गड्ढे से बहार निकालने की कोशिश की और इस बार वो सफल भी हो गया।  सचमुच फार्म हाउस का मुख्य गेट खुला था। बाइक अपनी जगह पर नहीं थी। मतलब जो भी हुआ था वह कोई भ्रम नहीं था। वह बहरूपिया मार्गरेटा को लेकर यहां से निकल चुका था। आरव को पूरी बात समझ में आ चुकी थी इतनी रात को अपने घर को निकलना कोई इत्तेफाक नहीं था। जरूर इसके पीछे किसी की चाल थी। और शायद यह वही रूह है जो मिलन होटल की ओर रवाना हुए तबसे पीछे लगी है। वह शायद हमें इस बात का एहसास करा रही है कि तुम कुछ भी कर लो मगर जो होना है वह होकर रहेगा।' आरव पूरी सावधानी से फार्महाउस का एरिया छोड़कर बाहर निकल गया। उसने अपना मोबाइल निकाला और परिचित नंबर पर कॉल जोडी।


   18
2 Comments

madhura

27-Sep-2023 10:14 AM

Amazing

Reply

Gunjan Kamal

27-Sep-2023 08:59 AM

शानदार भाग

Reply